अदाणी मुद्दे पर ‘इंडी’ गठबंधन में पड़ी फूट, TMC ने कांग्रेस को सुनाई खरी-खरी, इन मुद्दों को उठाएगी
अदाणी मुद्दे पर ‘इंडी’ गठबंधन में पड़ी फूट, TMC ने कांग्रेस को सुनाई खरी-खरी, इन मुद्दों को उठाएगी

संसद में विपक्षी एकता में फूट पड़ती हुई नजर आ रही है. तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि वह संसद के शीतकालीन सत्र में जनता के मुद्दों पर ध्यान देगी. पार्टी ने कहा है कि वह नहीं चाहती है कि संसद का ध्यान केवल अदाणी समूह के मुद्दे पर ही रहे. यह बात बुधवार को तृणमूल कांग्रेस के नेता काकोली घोष दस्तीदार ने कही. तृणमूल की रणनीति में आया यह बदलाव कांग्रेस के लिए एक बहुत बड़ा झटका है. जो संसद में केवल अदाणी समूह पर लगे आरोपों के नाम पर संसद को ठप करना चाहती है. 

तृणमूल कांग्रेस ने क्या कहा है

तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि वह अब जनता के मुद्दों पर ध्यान देगी. तृणमूल ने जिन मुद्दों पर ध्यान देने की बात कही है, उनमें मणिपुर के हालात और पश्चिम बंगाल के साथ केंद्र की योजनाओं के बजट में भेदभाव और अपराजिता महिला एवं बाल विधेयक, 2024 को मंजूरी देने में हो रही देरी जैसे मुद्दे शामिल हैं. अपराजिता महिला एवं बाल विधेयक, 2024 को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भेजा है. सोमवार को हुई तृणमूल कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की बैठक में संसद के शीतकालीन सत्र में उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा हुई. लोकसभा में तृणमूल की उपनेता काकोली घोष दस्तीदार ने कहा कि टीएमसी संसद में जनता के मुद्दे उठाने पर ध्यान देगी. 

तृणमूल कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की बैठक में भाग लेतीं ममता बनर्जी.

तृणमूल कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की बैठक में भाग लेतीं ममता बनर्जी.

ममता बनर्जी की पार्टी का यह बयान तब आया है जब लोकसभा और राज्य सभा में अदाणी का मामला उठाए जाने के बाद संसद में कोई विधायी काम नहीं हो सका. संसद की कार्यवाही इस हंगामे की वजह से स्थगित करनी पड़ी. दस्तीदार ने संवाददाताओं से कहा," तृणमूल कांग्रेस चाहती है कि संसद चले. हम नहीं चाहते कि केवल एक मुद्दे की वजह से संसद बाधित हो.हमें इस सरकार को उसकी विफलताओं के लिए जवाबदेह ठहराना चाहिए."

क्या इंडिया गठबंधन का हिस्सा है तृणमूल कांग्रेस

तृणमूल कांग्रेस विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया का हिस्सा है. लेकिन वह इंडिया गठबंधन के साथ चुनावी समझौता नहीं करती है. तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि वह इंडिया गठबंधन का हिस्सा बनी रहेगी, लेकिन उसका अपना नजरिया है. दस्तीदार ने कहा,''हम बीजेपी से मुकाबला करेंगे लेकिन बीजेपी से मुकाबला करने को लेकर हमारा नजरिया रणनीतिक रूप से अलग हो सकता है.'' उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का किसी भी पार्टी के साथ चुनावी गठबंधन नहीं है, लेकिन फिर भी वह जीतती है.

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